तुम जो गलत बताते हो मुझे
कभी पहन कर देखो मेरे जूते
और चलो उतनी दूर
चला हूँ जितनी दूर मैं
तब शायद तुम समझ सको
मेरी कमजोरियां , मेरी मजबूरियां
बड़ा आसान है तुम्हारे लिए
खुद के जूते पहन कर सफर तय करना
खुद को सही और मजबूत साबित करना
मेरा सही या गलत होना मैं नहीं
तय करते है मेरे जूते
या तुम्हारा चश्मा
जो तुमने पहना है अपनी आँखों पर .
सुबोध- जनवरी २८, २०१५
कभी पहन कर देखो मेरे जूते
और चलो उतनी दूर
चला हूँ जितनी दूर मैं
तब शायद तुम समझ सको
मेरी कमजोरियां , मेरी मजबूरियां
बड़ा आसान है तुम्हारे लिए
खुद के जूते पहन कर सफर तय करना
खुद को सही और मजबूत साबित करना
मेरा सही या गलत होना मैं नहीं
तय करते है मेरे जूते
या तुम्हारा चश्मा
जो तुमने पहना है अपनी आँखों पर .
सुबोध- जनवरी २८, २०१५