सुबोध- चमकीले पल
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सही या गलत -निर्णय आपका !
सही या गलत -निर्णय आपका ! 2
ज़िंदगी – एक नज़रिया
कवितायेँ -- एक साथ
कुछ टुकड़ों में
Sunday, August 10, 2014
कुछ टुकड़ों में
वो मासूम बच्चा पाँच साला जानता है अहमियत पैसे की
कि सिक्कों में कुछ नहीं मिलता नोट मांगता है भीख में.
- सुबोध
१९ जुलाई,२०१४
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